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क्या तुम्हारे हिसाब से यह पूरी है.....

 
 
 लो जाओ अब जी लेंगे पर सच कहो यह मजबूरी कैसी है
    मुझे यह कहानी थोड़ी और लिखनी थी क्या तुम्हारे हिसाब से यह पूरी है।
Tanya
 
    मेरी नजर में कुछ और अधूरे अल्फाज बाकी है।
    क्या तुम्हारे हिसाब से जिंदगी का इतना साथ काफी है 
     अगर मंजुरी हो तो एक बात कहु जा तुम रहे हो हमे छोड़कर पर तुम्हारे दिल में मेरे लिए यह बेचैनी कैसी है। 
    मुकम्मल हो भी जाए तो तुम बिन ना रह पाएंगे यह मेरी मजबूरी है।
    चले जाओ भी अब जी लेंगे पर सच कहे तुम्हारे बिना जिंदगी अधूरी।
    शायद दूरियां अब इस दिल के दरमियां जख्मों को हवा दे गई
    पर तेरी मुस्कुराहट की छाव मे हमने जीना सीखा था और देख आज फिर तेरी मुस्कराहट आज दगा दे गई ।
    न जाने क्यों शिकवा अपनी ही किस्मत की लकीरों से है। कि तुम्हें पा ना सके
    दिल की तलाश कभी खत्म नहीं हुई तुम्हारे जाने के बाद से मगर अफसोस तेरे लफ़्ज़ों से चले जाओ सुनकर हमने भी अब जीना सीख लिया उड़ान भरी है। 
    फिर नए पंखों के साथ एक नई मंजिल एक नए ठिकाने के साथ जिस दुनिया मे मोहब्बत ना करने की कसम खाई है और कभी किसी को दिल ना देंगे ये अपने आप से शर्त लगाई है। 
 ना होने बदनाम अब किसी के इश्क मे अरे जरा बाहर तो देखो आज तो बादलों ने भी बारिश करके मेरी हिम्मत बढ़ाई है। 
    के बारिश तो बहाना था असल मे बादलों को भी पता था थोड़ा मुस्किल है ये मेरे लिए इसलिए बारिश की बूँदों मे तुझे याद करके आखिरी बार अपने आंसुओ को जो बहाना था यही सोचते है, 
    के नादां थे तुम्हारे प्यार मे जो इतना गिर गए अब तो अपनों ने भी साथ छोड़ दिया ये कहकर कमबख्त इश्क मे इस कदर पड़ गए। 
    भुला दिया था खुदको तुम्हारे तरीके से जी कर आज देखो नया सूट पहना है खुद की ख़ुशी से चुनकर हो जाएंगे अब आबाद भरोसा है हमने खुद पर मगर सोच लो क्या करोगी इस कहानी को यूँ अधूरी लिखकर. 
 किशन निषाद...... 🤨🤨🤨🤨

Thanks guys and sure my next will be a good one 

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Thankyou for the page view I hope you like my thaughts😊😊😊😊

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